नमस्कार ,
andorsment इन्शुरन्स आपकी जरूरत को पूरा नहीं करता है और न ही इन्वेस्टमेंट जरूरत को
दोस्तों इन्शुरन्स एंड इन्वेस्टमेंट दोनों अलग अलग चीजें है इन्हे कभी भी मिक्स नहीं करना चाहिए सबसे पहले आपको अपनी लाइफ का टर्म इन्शुरन्स ऑनलाइन चाहिए इसे चुनने का तरीका है क्लेम रेश्यो।
सबसे ऑनलाइन इन्शुरन्स देने वाली कम्पनीज के क्लेम रेश्यो को नेट पर चेक करना चाहिए। क्लेम रेश्यो का की उस कंपनी के कुल इन्शुरन्स क्लेम्स से कितने क्लेम कंपनी ने दिए है ज्यादा का मतलब है ज्यादा भरोसेमंद कंपनी। फिर उसे ऑनलाइन प्रीमियम चेक करके लेना मगर अपनी करंट एनुअल सैलरी का काम से काम १२ गुना होना चाहिए.
अब आप निश्चिंत हो सकते है क्योकि आपकी लाइफ की आपकी ेअर्निंग की सेफ्टी हो गयी है।
अब नेक्स्ट स्टेप है आपका हेल्थ इन्शुरन्स-
आपका लाइफ इन्शुरन्स के साथ साथ आपकी हेल्थ का इन्शुरन्स भी होना जरूरी है नहीं तो इलनेस /बीमारी के टाइम आपकी ेअर्निंग से कुछ हिस्सा आपके इलाज में खर्च और बजट जायेगा।
अब वेहीकल का इन्शुरन्स वो आप सभी जरूर करते होंगे
इसके बाद अगर आने कोई लोन लोन लिया है तो उसका भी इन्शुरन्स होना चाहिए यह क्यों क्योकि अगर आपको कभी भी कुछ हुआ तो आपका लोन इन्शुरन्स कवर से पूरा हो जायेगा इससे आपके परिवार पैर उस हाउसिंग लोन का लोड कभी नहीं पड़ेगा यह बात हुई इन्शुरन्स की
जब इतना हो जाये तो में बताऊंगा की आगे इन्वेस्टमेंट कैसे चाहिए-----
इसलिए इंतजार करिये नेक्स्ट पोस्ट का। .....
बाई
andorsment इन्शुरन्स आपकी जरूरत को पूरा नहीं करता है और न ही इन्वेस्टमेंट जरूरत को
दोस्तों इन्शुरन्स एंड इन्वेस्टमेंट दोनों अलग अलग चीजें है इन्हे कभी भी मिक्स नहीं करना चाहिए सबसे पहले आपको अपनी लाइफ का टर्म इन्शुरन्स ऑनलाइन चाहिए इसे चुनने का तरीका है क्लेम रेश्यो।
सबसे ऑनलाइन इन्शुरन्स देने वाली कम्पनीज के क्लेम रेश्यो को नेट पर चेक करना चाहिए। क्लेम रेश्यो का की उस कंपनी के कुल इन्शुरन्स क्लेम्स से कितने क्लेम कंपनी ने दिए है ज्यादा का मतलब है ज्यादा भरोसेमंद कंपनी। फिर उसे ऑनलाइन प्रीमियम चेक करके लेना मगर अपनी करंट एनुअल सैलरी का काम से काम १२ गुना होना चाहिए.
अब आप निश्चिंत हो सकते है क्योकि आपकी लाइफ की आपकी ेअर्निंग की सेफ्टी हो गयी है।
अब नेक्स्ट स्टेप है आपका हेल्थ इन्शुरन्स-
आपका लाइफ इन्शुरन्स के साथ साथ आपकी हेल्थ का इन्शुरन्स भी होना जरूरी है नहीं तो इलनेस /बीमारी के टाइम आपकी ेअर्निंग से कुछ हिस्सा आपके इलाज में खर्च और बजट जायेगा।
अब वेहीकल का इन्शुरन्स वो आप सभी जरूर करते होंगे
इसके बाद अगर आने कोई लोन लोन लिया है तो उसका भी इन्शुरन्स होना चाहिए यह क्यों क्योकि अगर आपको कभी भी कुछ हुआ तो आपका लोन इन्शुरन्स कवर से पूरा हो जायेगा इससे आपके परिवार पैर उस हाउसिंग लोन का लोड कभी नहीं पड़ेगा यह बात हुई इन्शुरन्स की
जब इतना हो जाये तो में बताऊंगा की आगे इन्वेस्टमेंट कैसे चाहिए-----
इसलिए इंतजार करिये नेक्स्ट पोस्ट का। .....
बाई
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें